“A battle of hundreds of milliseconds: The struggle of the world's 'fastest' runners - Lyles, Thompson and Kerley” | “सैकड़ों मिलिसेकेंड की लड़ाई: दुनिया के ‘सबसे तेज’ धावकों – Lyles, Thompson और Kerley की संघर्षमय कहानी”
दुनिया के सबसे तेज खिलाड़ी कौन हैं और कैसे बने?
1. Noah Lyles (Gold – Olympic 100m Champion, 2024)
पृष्ठभूमि & शुरुआत
जन्म: 18 जुलाई 1997, Gainesville, Florida—परिवार विधाता ट्रैक फ़ील्ड का रहा है।
बचपन में अस्थमा की समस्या थी, लेकिन 12 साल की उम्र में उन्होंने जिमनास्टिक छोड़ी और ट्रैक को अपनाया।
उल्लेखनीय उपलब्धियाँ & संघर्ष
2014 Youth Olympics में 200m गोल्ड और वर्ल्ड U20 में डबल गोल्ड (100m और रिले) जीते।2023 में उन्होंने World Championships में 100m, 200m और 4x100m रिले — तिगुना स्वर्ण जीता।
2024 पेरिस ओलंपिक में, उन्होंने 9.784 सेकंड में ऐतिहासिक फोटो फिनिश से गोल्ड जीता—सबसे नज़दीकी लड़ाई जिसमें उन्होंने केवल 0.005 सेकंड से जीत दर्ज की।
मनोवैज्ञानिक तैयारी और अनोखा अंदाज
Lyles की तैयारी में उनकी स्पोर्ट्स साइकॉलोजिस्ट Diana McNab के साथ की गई मानसिक स्क्रिप्टिंग और विज़ुअलाइज़ेशन शामिल थी, जिससे उनकी अंतिम झपट्टा जितनी धाराशाही हुआ।
औसतन धीमी शुरुआत के बावजूद उनकी टॉप स्पीड और आत्मविश्वास ने उन्हें विजयी बनाया — “स्टार्ट कैं ना भी कमजोर हो, यदि आखिरी हिस्से में गति तेज़ हो, तो जीत निश्चित है” उनका मानना था।
2. Kishane Thompson (Silver – 2024 Olympic 100m)
पृष्ठभूमिः जमैका का नया तेज़ सितारा
थॉम्पसन ने 2023 में Diamond League में 9.85 सेकंड से अपनी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ बनाया।
2024 Jamaician Olympic Trials में उन्होंने 9.77 सेकंड से राष्ट्रीय खिताब जीता—जो उस समय उनका सर्वश्रेष्ठ समय था।
ओलंपिक फाइनल की कहानी
पेरिस 2024 में, उन्होंने समानत: 9.79 सेकंड की गति से फिनिश किया—लेकिन फोटो फिनिश में हारे, क्योंकि उनका शरीर अंतिम हिस्से पर Lyles से 0.005 सेकंड पीछे था।
इतना नज़दीकी मुकाबला, कुरिन मिनट में तय हुआ, और उनके समझ से Gold shared होना चाहिए था—उनकी फिनिश का हद से ज़्यादा पास होना बताता है कि वे कितना करीब थे।
3. Fred Kerley (Bronze – 2024 Olympic 100m; Silver in Tokyo 2020)
परिचय एवं उपलब्धियाँ
जन्म: 7 मई 1995, San Antonio, Texas। उन्होंने Texas A&M में कॉलेज स्तर पर अपनी पहचान बनाई|
2022 World Championships में 100m का स्वर्ण जीता और यही वर्ष उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 9.76 सेकंड का समय भी रहा।
ओलंपिक फॉर्मूला
Tokyo 2020 में उन्होंने सिल्वर जीता; Paris 2024 में Bronze—9.81 सेकंड से—एक और सीमा से खासी नज़दीकी।
वह Lyles के रंगीन व्यक्तित्व के विपरीत शांत, अनुशासित और केंद्रित थे—उनकी दोस्ती और प्रतिस्पर्धा दोनों ही Sprinting दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है।
तीनों के संघर्ष का सारांश
| धावक | कोर्स की शुरुआत & पृष्ठभूमि | प्रमुख संघर्ष/तैयारी | 2024 पेरिस 100m परिणाम |
|---|---|---|---|
| Noah Lyles | Asthma से जूझता बचपन, जिमनास्टिक से ट्रैक में प्रवेश | मनोवैज्ञानिक स्क्रिप्टिंग, टॉप स्पीड पर विश्वास | Gold – 9.784 सेकंड photo finish |
| Kishane Thompson | Jamaica Trials में रिकॉर्ड समय, तेज़ शुरुआत | लगातार बेहतर प्रदर्शन, आत्मविश्वास | Silver – 9.79 सेकंड |
| Fred Kerley | कॉलेज और नॉलेज से शुरुआत, दुनिया स्तर पर पहचान | अनुशासन, 100÷200÷400m versatility | Bronze – 9.81 सेकंड |
निष्कर्ष
ये तीनों धावक न सिर्फ़ अपनी गति में श्रेष्ठ हैं, बल्कि उनकी कड़ी मेहनत, मानसिक तैयारी और अद्वितीय संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
Noah Lyles ने नाक़ाफी शुरुआत के बावजूद अपनी मानसिक शक्ति और विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक से इतिहास रचा।Kishane Thompson ने मेहनत से Jamainca Trials में रिकॉर्ड बनाकर इस प्लेटफॉर्म पर कदम रखा—और उसी आत्मविश्वास को ओलंपिक फाइनल में दिखाया।
Fred Kerley की कहानी बताती है कि लगातार अनुशासन और विविधता (100—400m) किस तरह वार्षिक सफलता की चाबी बनती है।
यह कहानी हमें यह संदेश देती है कि दौड़ सिर्फ फुटों की नहीं, बल्कि दिल, दिमाग और आत्मा की है। एक blink से भी कम समय में ये लोग अपनी पहचान बना चुके हैं—जिसे हम भूल नहीं सकते।
